लखनऊ में राजकीय सेवा से रिटायर पंचायती राज कर्मचारी डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गए। उनके साथ मनी लॉन्ड्रिग केस में फ़साने की धमकी देकर करीब 20 लाख की ठगी की गई है। जालसाजों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी थी। इसके बाद उनके बैंक खातों से 19.50 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
खबरों के अनुसार, लखनऊ स्थित ठाकुरगंज के कूचा सतगुरु सहाय निवासी कमला कांत मिश्र 30 नवंबर 2023 को पंचायती राज विभाग से रिटायर हुए थे। कमलकांत के मुताबिक, 6 नवंबर 2024 को उनके पास एक अंजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके आधार से केनरा बैंक में एक अकाउंट खुला है, जिसमें नरेश गोयल ने मनी लॉन्ड्रिंग के रुपये डाले हैं।
इसके बाद बुजुर्ग ने केनरा बैंक में कोई खाता न होने की बात कही। उसने अन्य खातों की जानकारी ले ली और सीनियर से बात करवाने की बात कही। उसने किसी और को फोन ट्रांसफर कर दिया। फोन पर बात करने वाले ने खुद को अंधेरी ईस्ट थाने से होने की बात कहते हुए ऐसी जांच में पहचान नहीं बताने की बात कही और कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया।
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