नई दिल्ली : तीसरे विश्वयुद्ध की आहट के बीच रूस ने आज यूक्रेन पर बड़ा हमला किया है, जिसमें कई शहरों में भारी तबाही की खबर है। हालांकि यूक्रेन सरकार ने हताहतों की संख्या पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, सूत्रों के अनुसार, हमले में कई लोगों के घायल होने और इमारतों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
यूक्रेनी वायु सेना ने दावा किया है कि उसने कई रूसी मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया है, लेकिन कुछ लक्ष्यों को भेदने में वे सफल रहे। राजधानी कीव और पूर्वी शहर खारकीव में धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई। खारकीव के एक स्थानीय अधिकारी टेरेखोव ने बताया कि हमले में 18 बहुमंजिला इमारतें और 13 निजी मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, रूस ने इस हमले में 48 ‘शहीद ड्रोन’, 2 मिसाइलें और 4 एरियल ग्लाइड बम का इस्तेमाल किया।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन ने हाल ही में रूस के अंदर सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं। कुछ दिन पहले ही यूक्रेन ने रूस के एक महत्वपूर्ण सैन्य हवाई अड्डे पर हमला करके कई युद्धक विमानों को नुकसान पहुंचाया था। इस घटना के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि रूस इसका करारा जवाब दे सकता है।
ब्रिटिश कर्नल रिचर्ड केम्प ने भी चेतावनी दी है कि रूस अपने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में यूक्रेन पर परमाणु हमला कर सकता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के ड्रोन हमलों के कारण रूस की रणनीतिक क्षमताओं को नुकसान पहुंचा है, जिससे क्रेमलिन और भी खतरनाक कदम उठा सकता है। हालांकि, कुछ रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अभी यूक्रेन के ड्रोन हमलों के जवाब में परमाणु हमला नहीं करेगा। उनका मानना है कि परमाणु हमले से पहले रूस यूक्रेन पर लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करेगा और सैनिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश करेगा।
इस बीच, क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन में चल रहा युद्ध रूस के लिए एक अस्तित्व का सवाल है। उन्होंने यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा हथियार और अन्य सहायता प्रदान करने की निंदा की और इसे संघर्ष को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और यूक्रेन के साथ अपनी एकजुटता दोहराई है। उन्होंने रूस पर तत्काल सैन्य कार्रवाई रोकने और शांति वार्ता शुरू करने का दबाव डाला है। संयुक्त राष्ट्र ने भी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है और सभी पक्षों से अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का आग्रह किया है।
अब यह देखना होगा कि रूस का यह ताजा हमला यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों की प्रतिक्रिया को किस तरह से प्रभावित करता है। संघर्ष और बढ़ने की आशंका अभी भी बनी हुई है, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है और अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और आगे के घटनाक्रमों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।


