मध्य पूर्व में तनाव उस समय और बढ़ गया जब इजरायल ने आज सुबह ईरान पर एक बड़ा हवाई हमला किया। ईरानी सरकारी मीडिया ने राजधानी तेहरान और अन्य प्रमुख शहरों में जोरदार धमाकों की पुष्टि की है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली वायुसेना ने ईरानी सेना के ठिकानों के साथ-साथ देश के कुछ परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया है।
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, हमला आज सुबह स्थानीय समयानुसार लगभग 5:30 बजे हुआ। तेहरान के रिहायशी इलाकों में भी धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई। हालांकि, अभी तक हताहतों की संख्या या नुकसान की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है।
इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर ईरान पर हमले की पुष्टि की है। आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला ईरान की ओर से इजरायल पर लगातार हो रहे हमलों और क्षेत्रीय अस्थिरता पैदा करने वाली गतिविधियों की प्रतिक्रिया है। इजरायल ने यह भी दावा किया है कि उसने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को बाधित करने के उद्देश्य से कुछ महत्वपूर्ण परमाणु स्थलों को टारगेट किया है।
इस हमले के बाद ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। मुंबई से लंदन जा रही एअर इंडिया की एक उड़ान को भी ईरानी हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण वापस मुंबई लौटना पड़ा। ईरान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बताया कि सुरक्षा कारणों से सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
ईरान ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल के इस “आक्रामक” कृत्य का उचित समय पर जवाब दिया जाएगा। ईरानी राष्ट्रपति ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है जिसमें देश की सुरक्षा और संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा की जा रही है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल और ईरान के बीच पहले से ही काफी तनाव है। ईरान ने हाल के महीनों में इजरायल पर कई बार मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिसका इजरायल ने बार-बार जवाब दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि यह ताजा हमला स्थिति को और खतरनाक बना सकता है और पूरे मध्य पूर्व में एक बड़े संघर्ष को जन्म दे सकता है।
यह घटना मध्य पूर्व में पहले से ही अस्थिर स्थिति को और जटिल बना सकती है। इजरायल और ईरान के बीच यह सीधी सैन्य कार्रवाई एक नए और खतरनाक चरण की शुरुआत कर सकती है, जिसके क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। फिलहाल, पूरी दुनिया इस क्षेत्र में आगे होने वाले घटनाक्रमों पर नजरें गड़ाए बैठी है।


