गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय रूपाणी का अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे में निधन हो गया। 12 जून को हुए इस हादसे में एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 241 अन्य यात्रियों के साथ विजय रूपाणी भी सवार थे। रविवार को डीएनए परीक्षण के माध्यम से उनके शव की पहचान की गई, जिसके बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। सूत्रों के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार उनके गृह नगर राजकोट में किया जाएगा।
गौर करने वाली बात है कि विजय रूपाणी (68 वर्ष) लंदन में अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे, जब यह दुखद घटना घटी। गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद विमान मेघानीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस भीषण हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की जान चली गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

हादसे के बाद से ही बचाव और राहत कार्य तेजी से जारी था। मृतकों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसके लिए डीएनए परीक्षण का सहारा लिया गया। रविवार सुबह 11:10 बजे गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने पुष्टि की कि विजय रूपाणी के डीएनए का मिलान हो गया है और इस बारे में उनके परिवार को सूचित कर दिया गया है।
विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर जल्द ही उनके गृह नगर राजकोट ले जाया जाएगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। राजकोट में हजारों की संख्या में लोगों के उनके अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचने की उम्मीद है, जिसके मद्देनजर पार्किंग और सुरक्षा के उचित इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने स्वयं विजय रूपाणी के परिवार को डीएनए मिलान की जानकारी दी और इस दुख की घड़ी में उनके साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
विजय रूपाणी के निधन पर देश के कई बड़े नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा कि रूपाणी जी एक समर्पित और कर्मठ नेता थे, जिन्होंने हमेशा जनता की सेवा को प्राथमिकता दी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी और संगठन के लिए अमूल्य योगदान दिया।
राजकोट में विजय रूपाणी के आवास पर शोक का माहौल है। उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उनके अंतिम दर्शनों के लिए जमा हो रहे हैं। पूरे शहर में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी शोक स्वरूप बंद रखे गए हैं।
विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार आज शाम राजकोट में होगा, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री, कई मंत्री, विधायक और बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल होंगे। उनका निधन गुजरात की राजनीति के लिए एक युग के अंत के समान है और उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।


