प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का डिनर निमंत्रण अस्वीकार कर सबको चौंका दिया। लेकिन ओड़िशा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने इस फैसले की सीधी वजह भी बताई।
पेट्रोकेमिकल्स से लेकर टेक्सटाइल तक ओडिशा एक बड़े इंडस्ट्रियल स्टेट के रूप में स्थापित हो, हम इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। pic.twitter.com/BA7cNxe2qK
— Narendra Modi (@narendramodi) June 20, 2025
मोदी ने कहा, “कनाडा में जी-7 समिट के दौरान ट्रंप जी ने मुझे वॉशिंगटन में डिनर पर बुलाया था, लेकिन मैंने कहा — मुझे ओड़िशा जाना है। यह महाप्रभु की धरती है।” उनके इस बयान पर जनता ने तालियों से स्वागत किया।
ओड़िशा में क्या कहा पीएम मोदी ने?
प्रधानमंत्री मोदी ने ओड़िशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक बड़ी रैली को संबोधित किया। यह रैली भाजपा सरकार की पहली वर्षगांठ और राज्य में नए विकास कार्यों की शुरुआत के लिए थी।
मोदी ने कहा कि ओड़िशा उनके लिए विशेष स्थान रखता है। उन्होंने भगवान जगन्नाथ को याद करते हुए कहा कि यह भूमि आस्था, सेवा और संस्कारों की है। मोदी ने कहा कि दशकों से जिन लोगों ने ओड़िशा को लूटा, अब उनका समय समाप्त हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार अब राज्य में विकास और पारदर्शिता का नया युग लाएगी।
मोदी ने राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘दीदी और बाबू संस्कृति’ (यानी तानाशाही और नौकरशाही के गठजोड़) अब बंद होने वाली है। अब काम जनता के लिए होगा।
उन्होंने ओड़िशा के लिए ₹18,600 करोड़ की 105 योजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें पानी, स्वास्थ्य, सड़क, पुल, रेलवे, और ग्रामीण क्षेत्रों की विकास योजनाएं शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं को समर्पित है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भाजपा का काम करने का तरीका ‘सेवा, सुशासन और संवेदना’ पर आधारित है।
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने अमेरिका जाने से इसलिए इनकार किया क्योंकि वे अपनी पहले से तय जिम्मेदारियों और देश के विकास कार्यों को अधिक प्राथमिकता देते हैं।उन्होंने कहा, “ट्रंप जी को मैंने विनम्रतापूर्वक कहा कि मैं आ नहीं पाऊंगा, लेकिन आपका निमंत्रण मुझे खुशी और गर्व देता है।”


