भारत के लिए 25 जून 2025 का दिन ऐतिहासिक बन गया जब देश के युवा कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष की उड़ान भरी। अमेरिकी निजी स्पेस कंपनी Axiom Space द्वारा संचालित मिशन Ax-4 को आज दोपहर 12:01 बजे IST पर SpaceX Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया गया।
इस मिशन के ज़रिए चार अंतरराष्ट्रीय यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए, जिनमें भारत के शुक्ला के अलावा पोलैंड के स्लावोस उज़्नान्स्की, हंगरी के टिबोर कापू और पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन शामिल हैं।
भारत का अंतरिक्ष में दूसरा कदम: राकेश शर्मा के बाद अब शुभांशु शुक्ला
लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला, अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे नागरिक बने हैं। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा रूस की सहायता से अंतरिक्ष में गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “शुभांशु, आप 1.4 अरब भारतीयों की उम्मीदों को लेकर अंतरिक्ष में गए हैं। हमें आप पर गर्व है।”शुक्ला ने अपने मिशन से पहले कहा था कि वह भारतीय विज्ञान और तकनीक को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं और युवा पीढ़ी को विज्ञान की ओर प्रेरित करना चाहते हैं।
अंतरिक्ष में होंगे भारतीय प्रयोग – मेथी, मूंग और माइक्रोग्रैविटी में जीवन
इस मिशन का एक मुख्य आकर्षण भारत द्वारा तैयार किए गए प्रयोग हैं। शुभांशु शुक्ला ने मेथी और मूंग दाल जैसी भारतीय फसलों को अंतरिक्ष में उगाने का प्रयोग तैयार किया है। इसके अलावा टार्डीग्रेड्स (माइक्रो जीव) पर भी माइक्रोग्रैविटी का असर देखा जाएगा।
Axiom-4 मिशन में कुल 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग होंगे, जो पूरी दुनिया के 31 देशों से संबंधित होंगे। यह अब तक का सबसे विविधतापूर्ण निजी अंतरिक्ष मिशन माना जा रहा है।


