पुरी (ओडिशा)। ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को निकली ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा इस बार अफरातफरी और चिंता का कारण बन गई। भारी भीड़, तेज उमस और रथ खिंचाई में आई बाधा के चलते श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई। प्रशासन के मुताबिक अब कई श्रद्धालुओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
यह हादसा तब हुआ जब भगवान बलभद्र के रथ को मोड़ पर खींचते वक्त रथ थोड़ी देर के लिए फंस गया। इस दौरान भीड़ का दबाव अचानक बढ़ गया और कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। तेज धूप और उमस ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।
कैसे हुआ हादसा
पुरी में हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की रथ यात्रा भव्यता से निकाली जाती है। इस बार भी लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। शुक्रवार सुबह से ही रथ खिंचाई का सिलसिला चल रहा था।
दोपहर करीब साढ़े 12 बजे जब बलभद्र जी का रथ ‘तलध्वज’ मोड़ पर पहुंचा, तो वहां थोड़ी देर के लिए रथ की गति रुक गई। इसी बीच पीछे से भीड़ का दबाव बढ़ गया। गर्मी और ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों को घबराहट होने लगी। कई श्रद्धालु बेहोश होकर गिर पड़े।
कुछ लोगों के दम घुटने की भी शिकायतें आईं। मेडिकल टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाला, लेकिन हालात तेजी से बिगड़ने लगे।
प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य
हालांकि प्रशासन ने पहले से ही सैकड़ों बेड, डॉक्टरों और दर्जनों एंबुलेंस को तैनात कर रखा था। जगह-जगह स्वास्थ्य शिविर लगाए गए थे। पुरी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें लग गईं। स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने बताया कि कई लोग अब तक अस्पताल लाए जा चुके हैं। जहां उनका उपचार चल रहा है। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर लोगों से मुलाक़ात की है और अच्छे उपचार के लिए डॉक्टरों को निर्देशित किया है।


