वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर व्यापारिक मोर्चे पर चौंकाने वाला कदम उठाया है। उन्होंने ब्राजील से होने वाले सभी आयातों पर 50% का भारी-भरकम टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह फैसला ट्रंप ने बुधवार को (अमेरिकी समयानुसार) किया, जिससे ब्राजील के साथ व्यापारिक संबंधों में एक नया तनाव पैदा हो गया है। यह टैरिफ 1 अगस्त 2025 से प्रभावी होगा।
ट्रंप ने इस फैसले के पीछे ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ हाल ही में हुई तनातनी को कारण बताया है। रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान लूला ने ट्रंप की पिछली टैरिफ धमकी का जवाब देते हुए कहा था कि दुनिया को किसी सम्राट की जरूरत नहीं है और उन्हें खुद को पूरी दुनिया का बादशाह समझना बंद करना चाहिए। ट्रंप ने इस बयान को अपनी व्यक्तिगत आलोचना के तौर पर लिया, जिसके बाद उन्होंने यह कठोर कदम उठाया है।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रंप ने ब्राजील पर टैरिफ लगाने के अपने फैसले की घोषणा की। उन्होंने जेल में बंद ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो पर चल रहे मुकदमे की भी कड़ी आलोचना की और उसे “विच हंट” करार दिया। ट्रंप ने राष्ट्रपति लूला को लिखे एक पत्र में कहा कि वह बोल्सोनारो को जानते और उनका बहुत सम्मान करते हैं, जैसा कि दुनिया के अधिकांश नेता करते हैं। उन्होंने कहा कि ब्राजील द्वारा बोल्सोनारो के साथ किया जा रहा व्यवहार एक अंतरराष्ट्रीय अपमान है और इस मुकदमे को तुरंत समाप्त कर देना चाहिए।
ट्रंप ने ब्राजील पर “स्वतंत्र चुनावों पर कुटिल हमलों और अमेरिकियों के मौलिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अधिकारों” का भी आरोप लगाया। उन्होंने ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट द्वारा अमेरिकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को जारी किए गए सैकड़ों गुप्त और गैरकानूनी सेंसरशिप आदेशों का हवाला दिया, जिसमें उन्हें लाखों डॉलर के जुर्माने और ब्राजील के सोशल मीडिया बाजार से बेदखल करने की धमकी दी गई थी।
इन कारणों का हवाला देते हुए ट्रंप ने घोषणा की कि 1 अगस्त 2025 से संयुक्त राज्य अमेरिका में भेजे गए किसी भी और सभी ब्राजीलियाई उत्पादों पर 50% का टैरिफ लगाया जाएगा, जो सभी क्षेत्रीय टैरिफ से अलग होगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस 50% टैरिफ से बचने के लिए भेजे गए माल पर भी यही उच्च टैरिफ लागू होगा।
ट्रंप ने ब्राजील सरकार पर अनुचित व्यापार प्रथाओं का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा ब्राजील से आयातित वस्तुओं पर लगाया गया टैरिफ “एक समान अवसर प्रदान करने के लिए आवश्यक राशि से कहीं कम है।”
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने ट्रंप के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ब्राजील अपनी आर्थिक पारस्परिकता कानून के तहत इस टैरिफ का जवाब देगा। लूला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि किसी भी एकतरफा टैरिफ वृद्धि को ब्राजील के आर्थिक पारस्परिकता कानून के अनुसार संबोधित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ब्राजील किसी भी तरह की तानाशाही को स्वीकार नहीं करेगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप ने हाल ही में ब्रिक्स देशों पर भी 10% अतिरिक्त टैक्स लगाने की धमकी दी थी, जिस पर ब्राजील के राष्ट्रपति ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। अब 50% का यह नया टैरिफ दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।
इस टैरिफ के लागू होने से ब्राजील से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर भारी असर पड़ने की संभावना है, जिसमें कृषि उत्पाद, खनिज और औद्योगिक वस्तुएं शामिल हैं। ब्राजील की अर्थव्यवस्था, जो पहले से ही चुनौतियों का सामना कर रही है, पर इस फैसले का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, अमेरिकी उपभोक्ताओं को भी ब्राजीलियाई उत्पादों के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।


