मॉस्को/टोक्यो: रूस के सुदूर पूर्वी तट पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप में आज (30 जुलाई 2025) सुबह 8.8 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया है। इस भूकंप के बाद प्रशांत महासागर से सटे कई देशों, विशेषकर जापान और अमेरिका के हवाई व कैलिफोर्निया में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट से लगभग 126 किलोमीटर दूर समुद्र में 19.3 किलोमीटर की गहराई पर था। इस शक्तिशाली भूकंप के कारण समुद्र तल में हलचल हुई, जिससे सुनामी की लहरें पैदा हुईं।

तटीय इलाकों में दहशत:
रूस के कामचटका के तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें पहुंचने लगी हैं, जिससे वहां दहशत का माहौल है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ इलाकों में 4 मीटर (लगभग 13.5 फीट) तक ऊंची लहरें देखी गई हैं, जिससे घरों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोडोव ने लोगों से तटीय इलाकों से दूर रहने की अपील की है और इसे दशकों में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया है।
जापान और अमेरिका पर असर:
जापान में भी सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है, और जापान की मौसम एजेंसी ने तटीय शहरों में 3 मीटर तक की लहरों की चेतावनी दी है। जापान में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को भी खाली करा लिया गया है। अमेरिका के हवाई और कैलिफोर्निया के तटीय क्षेत्रों में भी सुनामी की लहरें पहुंचने लगी हैं, हालांकि अभी तक इनकी ऊंचाई कम बताई जा रही है।

डॉक्टरों का जज्बा:
इस भयावह भूकंप के दौरान रूस के कामचटका के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने धैर्य का परिचय दिया। भूकंप के तेज झटकों के बावजूद, डॉक्टरों ने एक मरीज की सर्जरी नहीं रोकी और उसे सफलतापूर्वक पूरा किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अस्पताल की इमारत हिलती हुई दिख रही है, लेकिन डॉक्टर अपने काम में लगे हुए हैं।
आगे की स्थिति:
रूस के कई इलाकों में सुनामी की चेतावनी रद्द कर दी गई है, और हवाई में भी चेतावनी को घटाकर एडवाइजरी में बदल दिया गया है। हालांकि, प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) के अनुसार, सुनामी का प्रभाव अगले 24 घंटों तक बना रह सकता है। अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।


