नई दिल्ली, 11 मई 2025: भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई सहित वायुसेना और नवल डिफेंस डीजी ने आज शाम 6:30 बजे दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जो भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और आतंकी गतिविधियों के जवाब में शुरू किया गया था।
डीजीएएमओ ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को रोकना था। उन्होंने कहा, “पहलगाम में 26 लोगों की नृशंस हत्या के बाद भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन के तहत 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाने के साथ तबाह किया गया।”
ऑपरेशन सिन्दूर पर डीजीएएमओ ने बताया कि 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएएमओ ने हॉटलाइन पर संपर्क किया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी थी। हालांकि, पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों बाद इस समझौते का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर सहित कई अन्य क्षेत्रों में गोलीबारी और ड्रोन हमले की कोशिश की।
सैन्य अधिकारी ने बताया “पाकिस्तान की ओर से श्रीनगर, अमृतसर, और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में उकसावे की कार्रवाई की गई, जिसका भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया। हमारी सेना को अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर किसी भी उल्लंघन से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएएमओ ने भारतीय सेना की ताकत और तकनीकी क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत के एस-400 सुदर्शन चक्र जैसे रक्षा तंत्रों ने पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन हमलों को नाकाम किया। “हमारी सेना ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान के तीन फाइटर जेट, टैंक, और एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को भी ध्वस्त किया,”
डीजीएएमओ ने बताया कि युद्धविराम के बाद ब्रिटेन, जर्मनी, सऊदी अरब, और यूरोपियन यूनियन जैसे देशों ने भारत के प्रयासों का स्वागत किया है। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान की “मुकर जाने की फितरत” पर चिंता जताई, जैसा कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी अपनी टिप्पणी में कहा था।
आगे क्या है सेना की सैन्य रणनीति?
डीजीएएमओ ने स्पष्ट किया कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, “12 मई को होने वाली डीजीएएमओ स्तर की बैठक में हम क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए अपनी शर्तों पर बात करेंगे।”
एक सवाल के जवाब में सैन्य अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में सेना के सभी पायलट सुरक्षित हैं। सेना ने तस्वीरों के साथ यह साफ़ किया है कि उसने सीमा पार आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है।


