उत्तराखंड में बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा, हुई क्रैश लैंडिंग

रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड, 7 जून 2025 — केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान आज सुबह एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक हेलीकॉप्टर ने तकनीकी खराबी के कारण रुद्रप्रयाग जिले के सिरसी-बड़ासू क्षेत्र में आपात लैंडिंग की। इस हेलीकॉप्टर में कुल 7 लोग सवार थे। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं और किसी को कोई गंभीर चोट नहीं आई।

कैसे हुआ हादसा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ के दर्शन के लिए जा रहा था और रास्ते में अचानक तकनीकी खराबी आने के कारण उसे बीच रास्ते में उतारना पड़ा। पायलट की सूझबूझ के कारण हेलीकॉप्टर की सुरक्षित आपात लैंडिंग संभव हो सकी।

हेलीकॉप्टर सिरसी से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद तकनीकी समस्या का सामना कर रहा था। इस पर तुरंत पायलट ने नियंत्रण केंद्र को सूचना दी और सबसे निकटवर्ती सुरक्षित स्थान पर हेलीकॉप्टर को लैंड कराया।

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम मौके पर पहुंच गई। सभी यात्रियों की चिकित्सकीय जांच की गई, जिसमें कोई बड़ी चोट या स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं पाई गई। यात्रियों को बाद में अन्य साधनों से सुरक्षित उनके गंतव्य तक भेजा गया।

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने बताया, “पायलट की समझदारी और समय पर लिया गया निर्णय एक बड़ी दुर्घटना को टाल गया। हम हेलीकॉप्टर ऑपरेटर से विस्तृत रिपोर्ट मांग रहे हैं और तकनीकी टीम मामले की जांच कर रही है।”

यात्रियों की क्या रही प्रतिक्रिया?

हेलीकॉप्टर में सवार एक यात्री, जो महाराष्ट्र से आया था, ने बताया, “हम सब बहुत घबरा गए थे। कुछ देर के लिए ऐसा लगा कि अब जान बचना मुश्किल है, लेकिन पायलट ने जिस तरह स्थिति को संभाला, वो सराहनीय है। हम भगवान का धन्यवाद करते हैं कि सब कुछ ठीक रहा।”

एक अन्य यात्री, दिल्ली से आई महिला श्रद्धालु ने कहा, “केदारनाथ जाने का सपना था और हम डर गए थे कि कहीं यह आखिरी यात्रा न बन जाए। लेकिन ईश्वर की कृपा और पायलट की समझदारी से हम बच गए।”

हेलीकॉप्टर सेवा पर उठे सवाल

यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब चारधाम यात्रा पूरे जोरों पर है और हज़ारों श्रद्धालु हर दिन हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हेलीकॉप्टर सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन इस प्रकार की घटनाओं ने इन सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि हेलीकॉप्टर सेवाओं की नियमित जांच, पायलटों की ट्रेनिंग और मौसम की सटीक जानकारी अनिवार्य है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।

राज्य सरकार ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पर्यटन मंत्री ने कहा, “हम यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई समझौता नहीं करेंगे। सभी ऑपरेटरों को सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करना होगा।”

Nation TV
Author: Nation TV

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