नई दिल्ली : कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत अचानक खराब होने पर उन्हें शनिवार को शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (IGMC) में भर्ती कराया गया। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने मीडिया को इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लाया गया था।
चौहान ने कहा कि डॉक्टरों की एक टीम उनकी जांच कर रही है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर है। उन्होंने यह भी बताया कि सोनिया गांधी को अस्पताल के एक विशेष वार्ड में रखा गया है और उनकी सेहत से जुड़ी विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भी जल्द ही अस्पताल पहुंचने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार, 78 वर्षीय सोनिया गांधी कुछ दिनों से शिमला में थीं। यह दौरा विश्राम के उद्देश्य से था, लेकिन इस दौरान उनकी तबीयत में कुछ गिरावट महसूस हुई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उनकी मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) भी की जा रही है। अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। IGMC के डॉक्टरों का कहना है कि यह एक नियमित जांच है और लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सोनिया गांधी का स्वास्थ्य पिछले कुछ वर्षों में कई बार चिंता का विषय रहा है। उन्हें लंबे समय से श्वसन संबंधी समस्याएं और पोस्ट-कोविड जटिलताएं रही हैं। इससे पहले भी उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। साल 2022 में उन्हें सांस लेने में तकलीफ और वायरल बुखार के चलते दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसी साल जून में कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। सितंबर 2022 में भी उन्हें स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनकी उम्र और चिकित्सा इतिहास को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी हमेशा उनके स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रही है। हर बार जब भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा उनके साथ अस्पताल में मौजूद रहे हैं और उनके इलाज की निगरानी करते रहे हैं। इस बार भी उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर के बाद दोनों के शिमला पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
सोनिया गांधी का इलाज विदेशों में भी हुआ है। साल 2011 में पहली बार उन्हें किसी कथित गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था, हालांकि उस समय बीमारी की प्रकृति का खुलासा नहीं किया गया था। इसके बाद वह नियमित जांच और फॉलो-अप के लिए 2012, 2013, 2016 और 2022 में भी न्यूयॉर्क गई थीं। पार्टी की ओर से उनकी बीमारी को लेकर गोपनीयता बरती गई है।
सोनिया गांधी ने अपनी अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति 27 मई को दर्ज कराई थी, जब उन्होंने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 61वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली स्थित उनके स्मारक शांति वन में पुष्पांजलि अर्पित किया था।
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और उनके बेटे राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 बनाया है। ED ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दायर अभियोजन शिकायत में पांच अन्य लोगों को भी नामजद किया है।
सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती होने की खबर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। हालांकि, डॉक्टरों द्वारा उनकी हालत स्थिर बताए जाने के बाद कुछ राहत महसूस की जा रही है। सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। फिलहाल, अस्पताल और कांग्रेस पार्टी की ओर से विस्तृत जानकारी का इंतजार है।


