दिल्ली के लोगों के लिए जल्द ही एक नया और रोमांचक अनुभव शुरू होने जा रहा है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) राजधानी में हॉट एयर बैलून सवारी शुरू करने जा रहा है। इस पहल का मकसद लोगों को मनोरंजन का नया विकल्प देना और खेल परिसरों का बेहतर इस्तेमाल करना है।
DDA ने इस योजना के लिए दो स्थानों का चयन किया है — यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (सुरजमल विहार) और कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज (CWG Village), जो अक्षरधाम मंदिर के पास स्थित है। यहां से लोग हॉट एयर बैलून में बैठकर दिल्ली के सुंदर नज़ारों का मज़ा ले सकेंगे।
DDA ने इस प्रोजेक्ट को निजी कंपनियों के साथ मिलकर शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हॉट एयर बैलून संचालन के लिए कंपनियों को राजस्व साझेदारी (Revenue Sharing) मॉडल पर चुना जाएगा। यानी कंपनियां अपने टिकटों की बिक्री से होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा DDA को देंगी।
ख़बरों की मानें तो हर जगह 60×60 मीटर का स्थान बैलून संचालन के लिए दिया जाएगा। शुरुआती लाइसेंस 3 साल का होगा, जिसे अच्छा प्रदर्शन होने पर 9 साल तक बढ़ाया जा सकेगा।
टिकट की कीमतें निजी कंपनियां तय करेंगी, लेकिन DDA ने यह निर्देश दिया है कि दाम आम लोगों के लिए किफायती होने चाहिए। कंपनियां लागत जैसे गैस, स्टाफ और उपकरण के आधार पर कीमत तय करेंगी। बैलून पर विज्ञापन भी लगाया जा सकेगा जिससे कंपनियों को अतिरिक्त आय होगी।
हॉट एयर बैलून उड़ानें हर दिन 4 घंटे तक चलेंगी। जरूरत और भीड़ को देखते हुए समय बढ़ाया भी जा सकता है। यह सुविधा केवल मौसम के अनुकूल होने पर ही दी जाएगी और उड़ान की सभी सुरक्षा नियमों का पालन किया जाएगा। इसके लिए डीजीसीए (DGCA) यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य होगा।
इस परियोजना से दिल्ली में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। हॉट एयर बैलून से उड़ान भरते समय लोग दिल्ली के ऊपर से सुंदर दृश्य देख सकेंगे, जैसे यमुना नदी, अक्षरधाम मंदिर, और आसपास के इलाके। इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिल सकते हैं।
दिल्ली वालों को जल्द ही बिना शहर छोड़े एक अनोखा अनुभव मिलने वाला है। हॉट एयर बैलून की सवारी न केवल मनोरंजन का नया जरिया बनेगी, बल्कि दिल्ली के खेल परिसरों को भी जीवन्त बनाएगी। इस पहल से राजधानी का पर्यटन और आम लोगों की खुशियों में नया रंग भरने की उम्मीद की जा रही है।


