भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत और टिकट बुकिंग को पारदर्शी बनाने के लिए 1 जुलाई से कई बड़े बदलाव लागू करने की घोषणा की है। इसमें रिजर्वेशन चार्ट की समय सीमा बदलने से लेकर तत्काल टिकट के लिए आधार लिंकिंग तक शामिल है। रेलवे का कहना है कि इन नए नियमों से टिकट घोटालों पर लगाम लगेगी और आम यात्रियों को ज्यादा फायदा मिलेगा।
अब चार्ट ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले बनेगा
पहले रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के चलने से 4 घंटे पहले बनता था। इस वजह से कई बार यात्रियों को आखिरी वक्त तक यह नहीं पता चलता था कि उनकी टिकट कन्फर्म होगी या नहीं।
अब 1 जुलाई से यह चार्ट 8 घंटे पहले तैयार कर दिया जाएगा। इससे वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को समय रहते पता चल जाएगा कि उन्हें सीट मिली या नहीं, और वे अपनी यात्रा की तैयारी accordingly कर सकेंगे।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा,
“चार्टिंग का समय बढ़ाने से यात्रियों को पहले से पता रहेगा कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं। इससे अनिश्चितता कम होगी।”
तत्काल टिकट के लिए आधार अनिवार्य
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में भी बड़ा बदलाव किया है। अब 1 जुलाई से तत्काल टिकट उन्हीं यात्रियों के लिए बुक हो पाएगी जिनका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक और वेरिफाइड होगा।
साथ ही, 15 जुलाई से तत्काल टिकट लेते समय OTP वेरिफिकेशन भी जरूरी हो जाएगा। यानी टिकट बुकिंग के वक्त आपके मोबाइल पर OTP आएगा, जिससे टिकट की प्रक्रिया पूरी होगी।
रेलवे का कहना है कि इससे बोगस बुकिंग, फर्जी आईडी और एजेंटों के जरिये टिकट ब्लॉक करने जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी।
एजेंट्स को बुकिंग में होगी देरी
तत्काल टिकट के लिए रेलवे ने एजेंटों पर भी सख्ती की है। अब एजेंट तत्काल टिकट की शुरुआत के पहले 30 मिनट तक टिकट नहीं बुक कर पाएंगे।
जैसे:
- AC तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 10 बजे शुरू होती है, लेकिन एजेंट 10:30 बजे के बाद ही टिकट ले पाएंगे।
- Non-AC तत्काल टिकट की बुकिंग 11 बजे शुरू होती है, और एजेंट 11:30 बजे से टिकट बुक कर सकेंगे।
इससे आम यात्री को पहले मौका मिलेगा।
किराए में मामूली बढ़ोतरी
रेलवे ने लंबी दूरी (500 किमी से ज्यादा) की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए किराया भी थोड़ा बढ़ाया है।
- दूसरी क्लास में 0.5 पैसा प्रति किमी,
- और AC क्लास में 2 पैसे प्रति किमी की बढ़ोतरी की जाएगी ।
हालांकि यह बढ़ोतरी बहुत मामूली है। लोकल और मंथली सीजन टिकट (MST) वालों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
PRS सिस्टम भी होगा बदलेगा
रेलवे अपने पुराने PRS (Passenger Reservation System) को भी इस साल के आखिर तक पूरी तरह बदलने जा रहा है।
नए सिस्टम में
- एक मिनट में 1.5 लाख टिकट तक बुक हो सकेंगे,
- और 40 लाख टिकट तक की पूछताछ की जा सकेगी।
अब के मुकाबले यह कई गुना ज्यादा तेज और सुरक्षित होगा।
रेलवे के मुताबिक, दिसंबर 2025 तक यह नया सिस्टम लागू हो जाएगा।
यात्रियों को क्या फायदा होगा?
इन बदलावों के बाद यात्रियों को कई फायदे होंगे:
- अब चार्ट जल्दी बनने से पहले से पता चल जाएगा कि सीट मिली या नहीं।
- तत्काल टिकट के OTP वेरिफिकेशन से फर्जी टिकट कटवाना मुश्किल होगा।
- एजेंटों पर पहले आधे घंटे की पाबंदी से आम यात्री को पहले टिकट बुक करने का मौका मिलेगा।
- नया PRS सिस्टम तेज और तकनीकी तौर पर मजबूत होगा, जिससे वेबसाइट स्लो या क्रैश होने की समस्या कम होगी।
जहाँ चार्ट समय बढ़ाने से यात्रियों को राहत मिलेगी, वहीं आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन और एजेंट बुकिंग पर रोक से टिकट दलालों पर लगाम लगेगी।


