लखनऊ: अवैध धर्मांतरण मामले में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा गिरफ्तार, चौंकाने वाली हकीकत आई सामने

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए, उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही, इस मामले से जुड़ी कई चौंकाने वाली हकीकतें सामने आई हैं, जिसने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है।

एटीएस की टीम ने शनिवार को एक विशेष अभियान के तहत जमालुद्दीन को धर दबोचा। इसी मामले में पहले से दर्ज एफआईआर के आधार पर, नीतू रोहरा उर्फ नसरीन नामक एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जमालुद्दीन इस अवैध धर्मांतरण रैकेट का मुख्य सरगना है और वह लंबे समय से गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहा था।

सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा और उसका गिरोह गरीब, मजदूर और मजबूर लोगों को धर्मांतरण के लिए निशाना बनाते थे। उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रलोभन दिए जाते थे, और यदि वे उनकी बात नहीं मानते थे, तो उन्हें पुलिस थाने और कोर्ट के माध्यम से फर्जी मुकदमों में फंसाकर प्रताड़ित किया जाता था। एटीएस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस धर्मांतरण के लिए छांगुर बाबा एक बड़ा नेटवर्क चला रहा था, जिसे विदेशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग मिल रही थी।

इस मामले की जांच नवंबर 2024 में एटीएस थाने में दर्ज एक एफआईआर के बाद शुरू हुई थी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की जांच में भी यह बात सामने आई थी कि धर्मांतरण के लिए छांगुर बाबा एक पूरा नेक्सस चला रहा है। जांच एजेंसियों को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि छांगुर बाबा ने धर्मांतरण के लिए हर जाति की लड़कियों के लिए एक निश्चित ‘रेट’ तय कर रखा था। गरीब और कमजोर वर्ग की लड़कियों को बहला-फुसलाकर या डरा-धमकाकर धर्म परिवर्तन कराया जाता था।

गिरफ्तारी के बाद, जमालुद्दीन और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को लखनऊ जेल भेज दिया गया है। वहीं, मुख्य आरोपी छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी हुआ था और यूपी पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था। एटीएस की लगातार दबिश और तेज कार्रवाई के चलते आखिरकार छांगुर बाबा को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।

इस मामले में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि गिरफ्तार जमालुद्दीन, महबूब जलालुद्दीन (छांगुर बाबा) का बेटा है। दोनों बाप-बेटे फिलहाल लखनऊ जेल में बंद हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस अवैध गतिविधि में और कितने लोग शामिल हैं।

इस मामले के सामने आने के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ अपनी कार्रवाई और तेज कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस और प्रशासन को ऐसे सभी मामलों की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सरकार का कहना है कि वह राज्य में किसी भी कीमत पर अवैध धर्मांतरण को बर्दाश्त नहीं करेगी और इसके लिए हर संभव कदम उठाएगी।

फिलहाल, एटीएस की जांच जारी है और उम्मीद है कि इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं। जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी अवैध धर्मांतरण के खिलाफ चल रही मुहिम में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह गिरफ्तारी उन सभी लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है जो इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं।

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Author: Nation TV

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