मिर्जापुर: विंध्याचल मंदिर का गर्भगृह बना अखाड़ा, मुख्य पुजारी और बेटे से मारपीट

मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित प्रसिद्ध विंध्यवासिनी मंदिर के पवित्र गर्भगृह में बीती रात एक गंभीर घटना सामने आई है। मंदिर के मुख्य श्रृंगारिया पुजारी और उनके पुत्र के साथ अज्ञात लोगों ने मारपीट की और जाते-जाते उनके जेवरात भी लूट ले गए। इस घटना से मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया और कुछ समय के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी प्रभावित रही।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पीड़ित पुजारी विश्वमोहन मिश्र ने विंध्याचल कोतवाली में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ तहरीर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

प्राथमिक जानकारी के अनुसार, यह घटना शुक्रवार की रात को हुई जब मंदिर के गर्भगृह में मुख्य पुजारी विश्वमोहन मिश्र और उनके पुत्र मौजूद थे। अचानक कुछ अज्ञात लोग गर्भगृह में घुस आए और पुजारी तथा उनके बेटे के साथ गाली-गलौज करने लगे। जब पुजारी ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।

पीड़ित पुजारी विश्वमोहन मिश्र ने अपनी शिकायत में बताया है कि आरोपियों ने उन्हें और उनके बेटे को बुरी तरह से पीटा। मारपीट के दौरान आरोपियों ने उनके गले से सोने की चेन और अन्य कीमती जेवरात भी छीन लिए। पुजारी परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई, जिससे वे काफी दहशत में हैं।

इस घटना के बाद मंदिर परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी। रात्रि आरती के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं में भय का माहौल व्याप्त हो गया। मंदिर प्रशासन ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य किया। पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।

विंध्याचल मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर के गर्भगृह में इस तरह की घटना होना मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि मंदिर की पवित्रता भंग हुई है और पुजारी परिवार के साथ हुई यह घटना निंदनीय है।

स्थानीय व्यापार मंडल और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और पुलिस से जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चाक-चौबंद करने की भी मांग उठाई है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब श्रावण मास शुरू होने वाला है और मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावना है। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं। पुलिस प्रशासन पर अब दबाव है कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

फिलहाल, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पीड़ित पुजारी और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि मंदिर में पूजा-पाठ सामान्य रूप से जारी रहेगा। हालांकि, इस घटना ने मंदिर की पवित्रता और सुरक्षा को लेकर एक बड़ा प्रश्नचिह्न जरूर लगा दिया है। पुलिस को जल्द ही इस मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करना होगा, ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों का विश्वास फिर से कायम हो सके।

Nation TV
Author: Nation TV

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